आरती कीजै हनुमान लला की । दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥ जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान ॥ क्या चलते-फिरते हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं? संकटमोचन अष्टक But you do https://vashikaran09865.shotblogs.com/fascination-about-hanuman-46710838